सुशांत सिंह राजपूत :
जीवन परिचय
सुशांत सिंह राजपूत, भारतीय फिल्म उद्योग के एक चमकते सितारे थे, जिन्होंने अपने अभिनय कौशल और व्यक्तिगत आकर्षण से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। उनका जीवन, संघर्ष, और सफलता की कहानी प्रेरणादायक है। यहां उनका जीवन परिचय प्रस्तुत किया जा रहा है:
प्रारंभिक जीवन
जन्म और परिवार: सुशांत सिंह राजपूत का जन्म 21 जनवरी 1986 को पटना, बिहार में हुआ था। उनके पिता के.के. सिंह एक सरकारी अधिकारी थे और उनकी माँ एक गृहिणी थीं। सुशांत चार बहनों के एकलौते भाई थे। उनकी एक बहन, मीतू सिंह, एक राज्य स्तरीय क्रिकेट खिलाड़ी हैं।
शिक्षा: सुशांत की प्रारंभिक शिक्षा पटना के सेंट करेन हाई स्कूल में हुई थी। इसके बाद उनका परिवार दिल्ली आ गया, जहां उन्होंने कुलाची हंसराज मॉडल स्कूल से अपनी आगे की पढ़ाई पूरी की। सुशांत ने दिल्ली कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (अब दिल्ली टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी) में मैकेनिकल इंजीनियरिंग में दाखिला लिया था। वे एक प्रतिभाशाली छात्र थे और 2003 में एआईईईई में 7वीं रैंक हासिल की थी। हालांकि, अपनी अभिनय की इच्छाओं के चलते उन्होंने तीसरे वर्ष में कॉलेज छोड़ दिया।
करियर की शुरुआत
थिएटर और टीवी: सुशांत ने नादिरा बब्बर के थिएटर ग्रुप ‘एकजुट’ से अपने करियर की शुरुआत की। वे बैरी जॉन के साथ थिएटर वर्कशॉप्स में भी शामिल हुए। 2008 में, उन्हें बालाजी टेलीफिल्म्स के धारावाहिक ‘किस देश में है मेरा दिल’ में प्रीत जुनेजा का किरदार निभाने का मौका मिला, जिसने उन्हें कुछ पहचान दिलाई।
पवित्र रिश्ता: सुशांत को सबसे बड़ी पहचान ‘पवित्र रिश्ता’ धारावाहिक से मिली, जिसमें उन्होंने मानव देशमुख का किरदार निभाया। यह शो 2009 में शुरू हुआ और जल्द ही घर-घर में लोकप्रिय हो गया। इस धारावाहिक में उनके अभिनय के लिए उन्हें कई पुरस्कार भी मिले।
फिल्मी करियर
काय पो छे! (2013): सुशांत सिंह राजपूत ने 2013 में अभिषेक कपूर द्वारा निर्देशित फिल्म ‘काय पो छे!’ से बॉलीवुड में कदम रखा। यह फिल्म चेतन भगत के उपन्यास ‘द 3 मिस्टेक्स ऑफ माई लाइफ’ पर आधारित थी। फिल्म में सुशांत के प्रदर्शन को काफी सराहा गया और उन्होंने अपने अभिनय के लिए कई पुरस्कार जीते।
शुद्ध देसी रोमांस (2013): सुशांत की अगली फिल्म यशराज बैनर तले बनी ‘शुद्ध देसी रोमांस’ थी, जिसमें उन्होंने परिणीति चोपड़ा और वाणी कपूर के साथ काम किया। इस फिल्म में भी उनके अभिनय की खूब प्रशंसा हुई और यह फिल्म भी बॉक्स ऑफिस पर सफल रही।
पीके (2014): राजकुमार हिरानी की फिल्म ‘पीके’ में सुशांत ने एक छोटा लेकिन महत्वपूर्ण किरदार निभाया। इस फिल्म में आमिर खान और अनुष्का शर्मा मुख्य भूमिकाओं में थे। ‘पीके’ एक बड़ी हिट साबित हुई और सुशांत के करियर को और ऊंचाई पर ले गई।
डिटेक्टिव ब्योमकेश बक्शी! (2015): दिबाकर बनर्जी द्वारा निर्देशित इस फिल्म में सुशांत ने प्रसिद्ध जासूस ब्योमकेश बक्शी का किरदार निभाया। हालांकि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन सुशांत के अभिनय की आलोचकों ने काफी तारीफ की।
एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी (2016): सुशांत के करियर की सबसे बड़ी हिट फिल्म थी ‘एम.एस. धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी’, जो भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जीवन पर आधारित थी। इस फिल्म में उनके अभिनय को बेहद सराहा गया और उन्होंने अपने करियर की ऊंचाईयों को छू लिया। इस फिल्म के लिए सुशांत ने काफी मेहनत की और धोनी के व्यक्तित्व को पर्दे पर जीवंत कर दिया।
राबता (2017): इस फिल्म में सुशांत ने कृति सैनन के साथ काम किया। यह फिल्म पुनर्जन्म की कहानी पर आधारित थी, हालांकि बॉक्स ऑफिस पर इसे ज्यादा सफलता नहीं मिली।
केदारनाथ (2018): इस फिल्म में सुशांत ने एक मुस्लिम पिट्ठू का किरदार निभाया, जो केदारनाथ के तीर्थयात्रियों को उनकी मंजिल तक पहुंचाता है। इस फिल्म में सारा अली खान ने भी मुख्य भूमिका निभाई और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया।
सोनचिरैया (2019): चंबल के डकैतों पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह फिल्म भले ही बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा सफल नहीं रही, लेकिन सुशांत के अभिनय की खूब तारीफ हुई।
छिछोरे (2019): यह फिल्म नितेश तिवारी द्वारा निर्देशित थी और इसमें सुशांत ने एक कॉलेज के छात्र का किरदार निभाया। इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया और यह सुशांत की सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जाती है।
दिल बेचारा (2020): यह फिल्म जॉन ग्रीन के उपन्यास ‘द फॉल्ट इन अवर स्टार्स’ पर आधारित थी और सुशांत की आखिरी फिल्म थी। इस फिल्म को ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज किया गया और इसे दर्शकों से अपार प्रेम और सराहना मिली।
व्यक्तिगत जीवन
रिश्ते: सुशांत का नाम कई अभिनेत्रियों के साथ जोड़ा गया। ‘पवित्र रिश्ता’ के दौरान उनकी सह-कलाकार अंकिता लोखंडे के साथ उनका रिश्ता काफी चर्चित रहा। हालांकि, कई सालों तक साथ रहने के बाद उनका ब्रेकअप हो गया। इसके बाद उनका नाम कृति सैनन और रिया चक्रवर्ती के साथ भी जोड़ा गया।
रुचियाँ और शौक: सुशांत को खगोल विज्ञान का बहुत शौक था और वे खुद एक दूरबीन खरीदकर तारे और ग्रहों को देखा करते थे। इसके अलावा, वे एक प्रशिक्षित नर्तक भी थे और श्यामक डावर के नृत्य संस्थान में भी शामिल थे।
निधन
14 जून 2020 को, सुशांत सिंह राजपूत का निधन मुंबई में उनके बांद्रा स्थित निवास पर हुआ। उनकी मौत को पहले आत्महत्या माना गया, लेकिन बाद में यह मामला जांच के घेरे में आ गया और कई विवादों और जांच एजेंसियों की पूछताछ का केंद्र बन गया। उनकी असमय मृत्यु ने पूरे देश को सदमे में डाल दिया और बॉलीवुड में नेपोटिज्म, मानसिक स्वास्थ्य और ड्रग्स के मुद्दों पर एक बड़ी बहस छेड़ दी।
विरासत
सुशांत सिंह राजपूत ने अपने संक्षिप्त लेकिन चमकदार करियर में भारतीय फिल्म उद्योग पर एक अमिट छाप छोड़ी। उनकी फिल्मों, उनके अभिनय और उनकी विनम्रता को हमेशा याद किया जाएगा। वे न केवल एक बेहतरीन अभिनेता थे बल्कि एक जिज्ञासु और बुद्धिमान व्यक्ति भी थे, जिनके कई शौक और रुचियाँ थीं।
उनकी मृत्यु के बाद, उनके प्रशंसकों और समर्थकों ने उनकी स्मृति को जीवित रखने के लिए कई पहलें शुरू कीं। सोशल मीडिया पर उनके नाम पर ट्रेंड चलते रहे और उनकी फिल्मों की फिर से सराहना की गई। ‘दिल बेचारा’ की रिलीज़ के दौरान उनके प्रशंसकों ने इसे एक बड़ी श्रद्धांजलि के रूप में देखा।
निष्कर्ष
सुशांत सिंह राजपूत की कहानी एक ऐसी कहानी है जो संघर्ष, सफलता, और अंततः त्रासदी का एक अद्भुत मिश्रण है। उनकी यात्रा हमें यह सिखाती है कि चाहे हम कितने भी सफल क्यों न हों, मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना और अपने जीवन में संतुलन बनाए रखना कितना महत्वपूर्ण है। सुशांत की प्रतिभा, उनकी मेहनत और उनकी मुस्कान हमेशा उनके प्रशंसकों के दिलों में जीवित रहेगी। उनकी याद में, हमें यह याद रखना चाहिए कि उनकी तरह के चमकते सितारे कभी नहीं बुझते, वे हमेशा हमारे दिलों में जगमगाते रहते हैं।
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Ranjeet Kumar Pathak
( B.Sc Physics V.K.S. University )