संचार के 7 सी क्या हैं? पूरी जानकारी
संचार के 7 सी (7 Cs of Communication)
संचार की प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए कई सिद्धांतों और विधियों का उपयोग किया जाता है। इनमें से एक प्रमुख सिद्धांत है संचार के 7 सी (7 Cs of Communication), जिसे प्रभावी संचार के लिए महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश के रूप में देखा जाता है। संचार के 7 सी संचार प्रक्रिया में उच्चतम गुणवत्ता बनाए रखने के लिए आवश्यक गुणों और तत्वों को बताता है। इन 7 सी का पालन करने से संदेश को स्पष्ट, संक्षिप्त और प्रभावी रूप से व्यक्त किया जा सकता है, जिससे प्राप्तकर्ता उसे सही तरीके से समझ सके।
7 सी के सिद्धांत को सबसे पहले स्कॉट एम. कटलिप (Scott M. Cutlip) और ऐलन एच. सेंटर (Allen H. Center) ने 1952 में प्रस्तुत किया था। तब से इसे संचार के विभिन्न रूपों में व्यापक रूप से अपनाया गया है, और यह किसी भी प्रकार के संचार में प्रभावी रहने का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है।
संचार के 7 सी के तत्व (Elements of 7 Cs of Communication)
संचार के 7 सी के अंतर्गत सात महत्वपूर्ण सिद्धांत आते हैं, जिन्हें यदि सही तरीके से अपनाया जाए, तो संदेश का प्रभाव अधिक और स्पष्ट होगा। ये 7 सी हैं:
- स्पष्टता (Clarity)
- संक्षिप्तता (Conciseness)
- सटीकता (Concreteness)
- सुसंगतता (Correctness)
- पूर्णता (Completeness)
- विनम्रता (Courtesy)
- सकारात्मकता (Consideration)
1. स्पष्टता (Clarity)
स्पष्टता का मतलब है कि संदेश को इस प्रकार से व्यक्त किया जाए कि वह प्राप्तकर्ता के लिए पूरी तरह से समझ में आए। यदि संदेश में अस्पष्टता या भ्रम होता है, तो प्राप्तकर्ता उसे ठीक से समझ नहीं पाएगा, जिससे संचार का उद्देश्य अधूरा रह जाएगा।
स्पष्टता सुनिश्चित करने के लिए:
- सीधी और सरल भाषा का उपयोग करें।
- संदेश का उद्देश्य स्पष्ट करें।
- संदेश के मुख्य बिंदुओं को सामने रखें।
- अनावश्यक शब्दों और विवरणों से बचें।
उदाहरण: यदि आप किसी कर्मचारी को निर्देश दे रहे हैं, तो यह कहना कि “कृपया अगले सप्ताह रिपोर्ट तैयार करें” बहुत स्पष्ट होगा, बजाय इसके कि “आप रिपोर्ट तैयार कर सकते हैं”।
2. संक्षिप्तता (Conciseness)
संक्षिप्तता का अर्थ है संदेश को संक्षेप, बिना किसी अतिरिक्त जानकारी या शब्दों के, ठीक से प्रस्तुत करना। संदेश को जितना संक्षिप्त रूप में प्रस्तुत किया जाएगा, उतना ही वह प्रभावी होगा। लंबी और उबाऊ बातें संचार के उद्देश्य को कमजोर कर सकती हैं।
संक्षिप्तता सुनिश्चित करने के लिए:
- अवश्यक जानकारी ही साझा करें।
- संदेश में वांछित बिंदुओं को रखें और अनावश्यक जानकारी से बचें।
- सार्थक शब्दों का प्रयोग करें।
उदाहरण: “कृपया मुझे अगले दो दिनों में इस परियोजना की रिपोर्ट भेजें” – यह एक संक्षिप्त और सटीक निर्देश है।
3. सटीकता (Concreteness)
सटीकता का अर्थ है कि संदेश में दिए गए तथ्य और आंकड़े सटीक और विश्वसनीय होने चाहिए। यह सुनिश्चित करता है कि संदेश में कोई भ्रम या गलतफहमी न हो। जब संदेश में प्रमाणित जानकारी, तथ्य और आंकड़े होते हैं, तो वह अधिक प्रभावी और विश्वसनीय बनता है।
सटीकता सुनिश्चित करने के लिए:
- ठोस तथ्य और संख्याएँ प्रदान करें।
- स्पष्ट उदाहरण देने से संदेश को और सटीक बनाया जा सकता है।
- गलत या अनुमानित जानकारी से बचें।
उदाहरण: “हमने इस परियोजना में 30% वृद्धि देखी है” यह एक सटीक और साक्ष्य आधारित बयान है।
4. सुसंगतता (Correctness)
सुसंगतता का मतलब है कि संदेश में कोई व्याकरण, वर्तनी या भाषा की गलती नहीं होनी चाहिए। जब संदेश सही तरीके से लिखा या बोला जाता है, तो यह अधिक प्रभावी होता है और इससे प्राप्तकर्ता पर अच्छा प्रभाव पड़ता है।
सुसंगतता सुनिश्चित करने के लिए:
- व्याकरण, वर्तनी और पंक्चुएशन की गलतियों से बचें।
- भाषा का सही उपयोग करें।
- यदि कोई तकनीकी शब्द या उद्योग से जुड़ी जानकारी है, तो उसे सही संदर्भ में उपयोग करें।
उदाहरण: “सभी कर्मचारी समय पर रिपोर्ट दें।” यह एक सही और सुसंगत संदेश है।
5. पूर्णता (Completeness)
पूर्णता का अर्थ है कि संदेश में सभी आवश्यक जानकारी होनी चाहिए, ताकि प्राप्तकर्ता को कोई अतिरिक्त जानकारी पूछने की आवश्यकता न हो। संदेश में पूरी जानकारी देने से संचार अधिक प्रभावी होता है और किसी भी भ्रम या सवाल को समाप्त किया जा सकता है।
पूर्णता सुनिश्चित करने के लिए:
- संदेश में सभी महत्वपूर्ण जानकारी शामिल करें।
- यदि आवश्यक हो, तो प्रश्नों के उत्तर और सम्भावित परिणाम दें।
- दृष्टिकोण और उद्देश्य स्पष्ट रूप से व्यक्त करें।
उदाहरण: “इस परियोजना को 15 जुलाई तक पूरा करने की आवश्यकता है, और टीम को प्रतिदिन अपनी प्रगति रिपोर्ट भेजनी होगी।” यह एक पूर्ण और स्पष्ट निर्देश है।
6. विनम्रता (Courtesy)
विनम्रता का मतलब है कि संदेश को इस प्रकार व्यक्त किया जाए कि वह प्राप्तकर्ता को सम्मान और सौजन्य का अहसास कराए। संचार के दौरान सौजन्यपूर्ण भाषा का प्रयोग करने से सामाजिक संबंध बेहतर होते हैं और एक सकारात्मक वातावरण बनता है।
विनम्रता सुनिश्चित करने के लिए:
- सकारात्मक और आदरणीय भाषा का उपयोग करें।
- प्राप्तकर्ता की स्थिति और दृष्टिकोण का सम्मान करें।
- संज्ञेय और सौम्य शब्दों का प्रयोग करें।
उदाहरण: “कृपया अपनी रिपोर्ट मुझे जल्द से जल्द भेजें, आपकी मदद की सराहना की जाएगी।” यह एक विनम्र अनुरोध है।
7. सकारात्मकता (Consideration)
सकारात्मकता का अर्थ है कि संदेश को इस प्रकार से तैयार किया जाए कि वह प्राप्तकर्ता की स्थिति, मानसिकता और दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए प्रभावी हो। यह सुनिश्चित करता है कि संदेश को ग्रहण करने वाला व्यक्ति सकारात्मक और खुले मन से प्रतिक्रिया दे।
सकारात्मकता सुनिश्चित करने के लिए:
- प्राप्तकर्ता की भावनाओं और विचारों को समझें।
- संदेश को इस तरह तैयार करें कि वह प्रेरणादायक और उत्साहवर्धक हो।
- सकारात्मक शब्दों का प्रयोग करें।
उदाहरण: “आपकी परियोजना बहुत अच्छी चल रही है, कृपया इसे इसी तरह जारी रखें।” यह एक सकारात्मक और प्रेरणादायक संदेश है।
संचार के 7 सी के लाभ
- स्पष्टता और समझ: 7 सी के सिद्धांतों का पालन करने से संदेश अधिक स्पष्ट होता है और प्राप्तकर्ता के लिए समझना आसान हो जाता है।
- भ्रांतियों को समाप्त करता है: इन सिद्धांतों से संदेश में किसी भी प्रकार की भ्रम की स्थिति को समाप्त किया जा सकता है।
- समय की बचत: संक्षिप्त और सटीक संदेश से समय की बचत होती है, और बातचीत प्रभावी बनती है।
- विश्वसनीयता में वृद्धि: जब संदेश में तथ्य और सटीकता होती है, तो वह अधिक विश्वसनीय बनता है।
- सकारात्मक माहौल: विनम्रता और सकारात्मकता से संचार का माहौल स्वस्थ और सकारात्मक बना रहता है।
निष्कर्ष
संचार के 7 सी (Clarity, Conciseness, Concreteness, Correctness, Completeness, Courtesy, and Consideration) किसी भी प्रकार के संचार को प्रभावी, स्पष्ट और समझने योग्य बनाने के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं। जब इन 7 सिद्धांतों का पालन किया जाता है, तो संवाद अधिक सकारात्मक और कार्यात्मक होता है। यह सिद्धांत न केवल व्यक्तिगत संवाद के लिए, बल्कि व्यावसायिक, पेशेवर और सामाजिक संवाद के लिए भी महत्वपूर्ण होते हैं।
इन 7 सी के माध्यम से संवाद को अधिक प्रभावी और उत्पादक बनाया जा सकता है, जो कि किसी भी सफल संचार प्रक्रिया का आधार बनता है।
Welcome To VKSUINFO
हैलो दोस्तों
आपका स्वागत है हमारे Website (VKSUINFO.COM) पर। आपको इस Website के माध्यम से B.A/B.sc/B.com की तैयारी तथा परीक्षा के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी। अगर आप प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे है तो आपका स्वागत है हमारे Website पर। आप हमारे Website पर निःशुल्क तैयारी कर सकते हैं ।
धन्यवाद
Ranjeet Kumar Pathak
( B.Sc Physics V.K.S. University )